जज्बात खामोश हो जाते हैं अक्सर जब उन्हें सुनने वाला कोई नहीं होता। जज्बात खामोश हो जाते हैं अक्सर जब उन्हें सुनने वाला कोई नहीं होता।
मेरे दिल के हर कोने में, इस कदर हमने तुझे बसाया है। मेरे दिल के हर कोने में, इस कदर हमने तुझे बसाया है।
किसे पूछ रहे हो अब धीरे धीरे, आहिस्ता आहिस्ता? किसे पूछ रहे हो अब धीरे धीरे, आहिस्ता आहिस्ता?
इश्क़ भी मुख़्तसर ही रहा हां वही दर्द सर ही रहा। इश्क़ भी मुख़्तसर ही रहा हां वही दर्द सर ही रहा।
अकेला बैठे देख हमें वो यूँ आए बोलने से पहले घबराए। अकेला बैठे देख हमें वो यूँ आए बोलने से पहले घबराए।
ज्ञान होता वो दरिया है जो डूबता,वो तरिया है। ज्ञान होता वो दरिया है जो डूबता,वो तरिया है।